नसीहत वो सच्ची बात है जिसे हम कभी गौर से नहीं सुनते, और तारीफ वह धोखा है जिसे हम पूरे ध्यान से सुनते हैं
नसीहत वो सच्ची बात है जिसे हम कभी गौर से नहीं सुनते,
और तारीफ वह धोखा है जिसे हम पूरे ध्यान से सुनते हैं।
मुझको दुश्मन के इरादों पर भी प्यार आता है,
तेरी उल्फत ने मोहब्बत को मेरी आदत कर दी।
उदास लम्हों की न कोई याद रखना,
तूफान में भी वजूद अपना संभाल रखना।
किसी की जिंदगी की खुशी हो तुम,
बस यही सोच कर अपना ख्याल रखना तुम।
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