ना तेरे आने की खुशी और ना तेरे जाने का गम, बीत गया वो जमाना जब तेरे दिवाने थे हम

तुम्हारी गली से निकलता हूं तो अजीब सा लगता है, तुमसे मोहब्बत हो गई तब से सुकून है इस प्यारी सी जिंदगी में

कितने अजीब होते हैं ना यह मोहब्बत के रिवाज,
लोग आपसे तुम तुमसे जान और जान से अनजान बन जाते हैं।

ना तेरे आने की खुशी और ना तेरे जाने का गम,
बीत गया वो जमाना जब तेरे दिवाने थे हम




रोता वही है जिसने महसूस किया हो सच्चे रिश्ते को,
वरना मतलब से रिश्ते रखने वालों को तो कोई भी नहीं।



कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे।
यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे।।


तुम्हारे रास्ते हैं बेवफा के मैं बेवफा नहीं हूं,
तुम चाहे मुझसे खफा हो जाओ
पर मैं तुमसे खफा नहीं हूं।





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