गुड मॉर्निंग : चेहरों के लिये आईने कुर्बान किये हैं, इस शौक में हमने अपने बड़े नुकसान किये हैं


ये मत कहना कि तेरी याद से रिश्ता नहीं रखा,
मैं खुद तन्हा रहा मगर दिल को तन्हा नहीं रखा।


खामोश बैठे हैं तो लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं,
और जरा सा हंस लें तो लोग मुस्कुराने की वजह पूछ लेते हैं।


सिसकियां लेता है वजूद मेरा गालिब,
नोंच कर खा गई तेरी याद मुझे।



चेहरों के लिये आईने कुर्बान किये हैं,
इस शौक में हमने अपने बड़े नुकसान किये हैं।
महफिल में मुझे गालियां देकर है बहुत खुश,
जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये हैं।


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