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सुबह-सवेरे सूरज का साथ है, चहकते हुए पंछियों की मधुर आवाज है,
कुछ लम्हों की ज़िन्दगी है, ज़ी लो इसे खुशनसीबों के जैसा,महकते रहो सदा फूलों के जैसा, अगर बिखरो तो बिखरो खुशबू के जैसा।
सुबह-सवेरे सूरज का साथ है, चहकते हुए पंछियों की मधुर आवाज है,हाथ में चाय का प्याला और यादों में कोई ख़ास है,गुज़रेगा मेरा दिन यह खुशनुमां क्योंकि इसकी पहली याद आप हैं.
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